*निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।*
*बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।*
भारतेन्दु हरिश्चंद्र।
भारत में हिंदी को एक संवैधानिक भाषा के रूप में आज के दिन वर्ष १९४९ में अपनाया गया।
आएँ आज हिंदी दिवस पर हम हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग करने हेतु प्रतिबद्ध हों, संकल्पित हों।
*हम हिंदी में काम करें,*
*हिंदी पर अभिमान करें।*
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