Tuesday, July 14, 2020

उत्तम जीवन

*आत्मार्थं जीवलोकेऽस्मिन्*
      *को न जीवति मानवः,*
*परं परोपकारार्थं*
      *यो जीवति स जीवति।।*

इस जीवलोक में स्वयं के लिए कौन नहीं जीता? परन्तु जो परोपकार अर्थात दूसरों के लिए निःस्वार्थ जीता है, वही श्रेष्ठ व उत्तम जीवन है।

Who in this world does not live for self? But he who lives benevolently means selfless for others, that life is the best life.

*कठिन समय है, रिपु है भारी,*
*करें मदद जो सम्भव सारी,*
*हम सब निज कर्तव्य निभाएँ,*
*भाव जगाएँ, पर उपकारी।*

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