Saturday, October 24, 2020

जय माता दी

*सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।*
*शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥*

हे त्रिनेत्री, महासुंदरी, शरण में आये को अभय देने वाली, सभी मङ्गलकारकों की मङ्गलमयी माँ, आपकी स्तुति करते हैं। आप सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करें एवं सिद्धियां प्रदान करें।

Prayer to Goddess : 
Thy is the Giver of Refugee, With Three Eyes and a Shining beautiful face. Thy is the Auspiciousness in all the auspicious, Auspiciousness thyself, Complete with All the Auspicious Attributes, fulfill all the objectives of the Devotees.

*नवम नौरात्रि पर माँ सिद्धिदात्री हम सभी की संचित शक्तियों को पूर्णता प्रदान करे एवं वांछित फल दे।*

आज *विजय दशमी* का पर्व भी है, हम सभी अपनी संचित शक्तियों का उपयोग कर स्वयं पर विजय प्राप्त करें, यही शक्ति हमें इस महामारी से विजय दिलाए ऐसी शुभकामना।

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