Friday, March 6, 2020

प्रयत्न

*इह जगति हि न निरीहदेहिनं श्रियः संश्रयन्त।*

इस संसार में जो प्रयत्न नहीं करता है, कर्म नहीं करता है, उसे कभी सम्पन्नता नहीं मिलती है।

In this world one who does not put in effort (i.e. one who is inactive) does not acquire wealth.

गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी रामचरितमानस में लिखा है

_सकल पदारथ इह जग माहीं,_
_करमहीन नर पावत नाहीं।_

कर्म करें।

शुभ दिन हो।

🌸🌹💐🙏🏼