Wednesday, October 16, 2019

उपदेश

*उपदेशो हि मूर्खाणां प्रकोपाय न शान्तये।*
*पयः पान भुजङ्गानां केवलं विषवर्धनं।।*

मूर्खों  का क्रोध उन्हें उपदेश देने से शान्त नहीं होता है वरन् और अधिक बढ़ जाता है और वे उपदेश देने वाले को ही हानि पँहुचा सकते हैं। जिस प्रकार कि सांपों को दूध पिलाने से केवल उनके विष की ही वृद्धि होती है।

The anger of foolish persons can not be subdued by preaching them (but on the contrary increases and may harm the preacher), just like a snake being fed with milk, which will results only in increase of its poison.

अपने जीवन साथी के स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन हेतु कठोर तपस्या के पर्व *करवा चौथ* पर ईश्वर मनोकामना पूर्ण करें।
अशेष शुभकामनाएँ।

शुभ दिन हो।

💐🌸🌹🙏🏼