*न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते।*
ज्ञान के समान पवित्र करने वाला इस संसार में निःसंदेह कुछ भी नहीं है।
Undoubtedly, in this world, there is nothing as pure and sublime as knowledge.
आज *शिक्षक दिवस* के अवसर पर शिक्षा का प्रचार प्रसार करने वाले समस्त शिक्षकों को नमन करते हुए शिक्षा के अधिकाधिक प्रसार हेतु संकल्पित हों।
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