*सत्यस्य वचनं श्रेयः सत्यादपि हितं वदेत्।*
*यद्भूतहितमत्यन्तं एतत् सत्यं मतं मम्।।*
महाभारत : वनपर्व।
सत्य बोलना श्रेयस्कर है; परन्तु सत्य से भी अधिक ऐसा बोलना अच्छा है जिससे सभी प्राणियों का हित हो। क्योंकि जिससे सब प्राणियों का अत्यन्त हित होता है, वही हमारे मत से सत्य है।
Though telling the TRUTH is good but only that truth must be spoken which can benefit all. We believe, that benefits all is only the Truth.
सत्य वही जो कल्याण करे,
हर जन के मन का त्राण हरे,
पर मिथ्या कब हितकारी है,
बस मौन सभी पर भारी है।
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