*रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।*
माँ आदि शक्ति से प्रार्थना:
हमें आध्यात्मिक रूप प्रदान कीजिये,
आध्यात्मिक विजय प्रदान कीजिये,
आध्यात्मिक यश प्रदान कीजिये एवं हमारे अंतस की बुराइयों को मिटा दीजिये।
Grant us Spiritual Beauty,
Grant us Spiritual Victory, Grant us Spiritual Glory and Please Destroy our Inner Enemies.
*शक्ति संचयन के महापर्व शारदीय नौरात्रि में माँ आदिशक्ति के नौ स्वरूपों का पूजन अर्चन कर हम अपनी शक्तियों को संचित करें। माँ हम सभी को स्वास्थ्य, शक्ति एवं समृद्धि प्रदान करे।*
*माँ आदिशक्ति के शैलपुत्री स्वरूप को नमन।*
*आदर्श समाजवाद के प्रणेता अग्रसेन महाराज की 5145वीं जयन्ती पर समाज को संगठित एवं सामर्थ्यवान बनाने का संकल्प लें।*
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
No comments:
Post a Comment