*बन्धनस्योऽपि मातङ्गः सहस्रभरणक्षमः।*
*अपि स्वच्छन्द्चारी श्वा स्वोदरेणाऽपि दुःखितः।।*
एक मर्यादित हाथी अंकुश में होने पर हजार लोगों का परोक्ष रूप से भरणपोषण करने में सक्षम होता है, परन्तु एक स्वच्छन्द विचरण करने वाला कुत्ता स्वयं अपना ही पेट न भर सकने के कारण दुःखी रहता है।
An elephant even under bondage provides indirectly sustenance to thousands of people, whereas an independent stray dog leads a miserable life by not being able even to sustain himself properly.
*मर्यादा है सदा जरूरी,*
*रखें सभी से दो गज़ दूरी।*
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