Wednesday, April 22, 2020

दान

*अति साहसमतिदुष्करमत्याश्चर्यं  च दानमर्थानाम्।*
*योऽपि ददाति शरीरं न ददाति स वित्तलेशमपि।।*

समाज की सेवा और उन्नति के लिये धन संपत्ति का दान करना एक अत्यन्त कठिन, साहसिक तथा प्रशंसनीय कार्य है। परन्तु कुछ (लोभी और कंजूस) व्यक्ति चाहे अपनी जान दे देंगे लेकिन अपनी संपत्ति का लेशमात्र अंश भी दान नहीं करते हैं।

Giving away wealth as charity for social purposes is a very arduous, difficult and a wonderful act. But some people (misers and greedy persons) will rather give up their life but will not spare even a very little portion of their wealth as charity.

*दान धर्म जप नियम निभाएँ,*
*किन्तु न घर से बाहर जाएँ,*

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

No comments: