Friday, September 4, 2020

पाण्डित्य

*यस्य कृत्यं न विघ्नन्ति, शीतम् उष्णं भयं रतिः।* *समृद्धि: असमृद्धि: वा, स वै पण्डित उच्यते॥*

महाभारत : उद्योग पर्व।

महात्मा विदुर बताते हैं कि
जिसके किसी भी कार्य करने में शीत-उष्ण, (मौसम) सम्पन्नता-विपन्नता, भय-प्रेम आदि परिस्थितियाँ विघ्न उपस्थित नहीं करती हैं, वही पण्डित कहलाता है।

Whose actons/ deeds are not affected by  cold-hot (weather), prosperity-misfortune, fear-love etc. like circumstances, he is called a wise person.

शुभ दिन हो।

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