दोस्तों आज फिर सुबह उठ के यही लगा की दुबारा से जिंदगी शुरू की जाये पर ऐसा कुछ हुआ नहीं वही सुबह सुबह ऑफिस की रेस में हम फिर से लग गए। आप भी अपने विचारों को हम तक पहुचाये जिस से हमे भी कुछ ज्ञान की प्राप्ति हो।
लल्लन
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